NASA की Jet Propulsion Laboratory (JPL) के मुताबिक, यह एस्टेरॉयड धरती से 6.68 मिलियन किलोमीटर की दूरी से निकलेगा. सुनने में बहुत ज्यादा लगे, लेकिन अंतरिक्ष विज्ञान की भाषा में यह दूरी बहुत कम मानी जाती है. NASA किसी भी ऐसे ऑब्जेक्ट को Potentially Hazardous मानता है, जो 150 मीटर से बड़ा हो और 7.5 मिलियन किलोमीटर से कम दूरी पर से गुजरे. 2003 MH4 दोनों शर्तें पूरी करता है.किस ग्रुप का है ये एस्टेरॉयड?ये एस्टेरॉयड Apollo ग्रुप का हिस्सा है. यह एस्टेरॉयड्स का ऐसा समूह है जिसके ऑर्बिट धरती के ऑर्बिट को क्रॉस करते हैं. Apollo ग्रुप के एस्टेरॉयड्स की संख्या 21,000 से भी ज्यादा है, और इनमें से कई को लेकर भविष्य में टक्कर की आशंका जताई जा चुकी है. यही वजह है कि NASA की Center for Near Earth Object Studies (CNEOS) इन सभी को लगातार ट्रैक कर रही है.