नई दिल्ली: दुनिया की कुछ सबसे बहादुर महिलाएं दक्षिण कोरिया के जेजू द्वीप पर रहती हैं. इन्हें ‘हेन्यो’ कहा जाता है. ये बिना किसी ऑक्सीजन सिलेंडर के घंटों समुद्र में गोता लगाती हैं. वो बर्फीले पानी में उतरती हैं, गहराई तक जाती हैं और वहां से सीवीड, शंख, सीप, मछलियां और अबालोन (एक प्रकार का समुद्री घोंघा) निकालकर लाती हैं. यह परंपरा सदियों पुरानी है, लेकिन आज भी 60 से 80 साल की उम्र की महिलाएं रोज इसे निभा रही हैं. अब वैज्ञानिकों ने इन महिलाओं के असाधारण साहस और क्षमताओं के पीछे का राज ढूंढ निकाला है. उनके डीएनए में छिपा एक अनोखा अनुकूलन (genetic adaptation), जो उन्हें सामान्य इंसानों से बिल्कुल अलग बनाता है.Cell Reports साइंटिफिक जर्नल में छपी नई स्टडी के मुताबिक, ‘हेन्यो’ महिलाओं के शरीर में दो प्रमुख जेनेटिक बदलाव (mutations) पाए गए हैं. ये उन्हें आम लोगों की तुलना में समुद्र में ज्यादा देर तक टिके रहने की ताकत देते हैं.