PAK NAVAREA WARNING: पहलगाम हमले के बाद से भारत में हाई लेवल बैठक का दौर जारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सेना को खुली छूट देने के फैसले के बाद से पाकिस्तान के और होश उड़ गए. सैन्य ऑपरेशन कब करना है कैसे करना है वह अब सेना के तीनों अंगो को तय करना है.ऐसे में पाकिस्तान की दिन का चैन और रातों की नींद उड़ी हुई है. भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक और एयरफोर्स की एयर स्ट्राइक के बाद अब पाकिस्तान को इस बात का डर सता रहा है कि अगले स्ट्राइक की जिम्मेदारी नेवी के पास ना आ गई हो.पहलगाम हमले के बाद अचानक पाकिस्तान नेवी ने आनन फानन में अपनी नौसेना की लाइव फायरिंग अभ्यास की वॉर्निंग जारी कर द़िया था. पाकिस्तान अरब सागर में दो दिन 24 से लेकर 25 अप्रैल तक का ‘NAVAREA WARNING’ खत्म हो गया था. खास बात तो यह है कि इस बात की कोई पुष्टी ही नही हुई कि किसी तरह की फायरिंग अभ्यास पाक नेवी की है. लेकिन जैसे ही सेना को प्रधानमंत्री ने खुली छूट दी है कि फिर से पाक नेवी ने अपने जंगी जहाज की लाइव फायरिंग के नाम पर NAVAREA WARNING जारी कर दिया.एक हफ्ते में दूसरी बार वॉर्निंग जारी किया गया है. खास बात यह है कि इस बार अपने एक्सक्लूसिव इकॉनोमिक जोन की सीमा पर वॉर्निंग जारी की है. इस बार लाइव फायरिंग की वॉर्निंग जारी की गई वह 30 अप्रैल से लेकर 2 मई तक के लिए है. इस वॉर्निंग में कराची और ग्वादर के पास एयरक्राफ्ट और मर्चेंट वेसेल को इस अभ्यास के इलाके से दूर रहने को कहा गया है. इस अभ्यास में सर्फेस और सब सर्फेस लाइव फायरिंग को पाक नेवी अंजाम दे रही है. पाक नेवी का यह अभ्यास तट से 50 से 60 नॉटिकल समुद्री मील दूर अरब सागर में जारी है. पाकिस्तान की नौसेना लाइव फायरिंग के नाम पर अपने वॉरशिप को अपने तट के पास तैनात कर रहा है. या यह बताने की कोशिश में है कि उनके वॉरशिप इस इलाके में तैनात है. इस तरह की वॉर्निंग अमूमन कुछ समय पहले दी जाती है ताकी उस इलाके में समंदर में मौजूद मर्चेंट शिप, वेसल या फिर उस इलाके के उपर से उड़ने वे एयरक्राफ्ट दूर रहने का संदेश दिया जाए.INS विक्रांत की तौनाती से घबराया पाकअरब सागर में भारतीय नौसेना के कैरियर बैटल ग्रुप अपने ऑपरेशनल डिप्लॉयमेंट पर है. रविवार को ही नौसेना ने अरब सागर में लॉंग रेज एंटीशिप मिसाइल की फायरिंग के वीडियों जारी किए थे. दुनियां की सबसे खतरनाक सूपरसोनिक एंटी शिप क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस के अरब सागर में ताबड़तो फायरिंग कर के पाक नेवी को घबराने को मजबूर कर दिया. हर मिसाइल ने सटीक अपने टार्गेट को निशाना बनाया. सूत्रों के मुतिबक यह फायरिंग कैरियर बैटल ग्रुप के वॉरशिप की की गई थी. अगर हम कैरियर बैटल ग्रुप की बात करें तो इस ग्रुप में डेस्ट्रॉयर और फ्रीगेट, सबमरीन और सपोर्ट शिप की संख्या 8 से 12 के करीब है. ऑपरेशन के हिसाब से इनकी संख्या को कम ज़्यादा किया जा सकता है. इनके अलावा मिसाइल बोट या कॉर्वेट, ऑयल टैंकर शिप भी मूव करते है. हर जंगी जहाज, फाइटर एयरक्रफ्ट, हैलिकॉप्टर एक दूसरे से कनेक्ट होते है. हर तरह के टार्गेट या खतरे को एंगेज करते है. यह सभी एयरक्राफ़्ट कैरियर के 30 से 40 नॉटिकल मील के रेडियस पर अलग अलग तरह से पोजिशन होते है. अगर भारतीय नौसेना के कैरियर बैटल ग्रुप के इफेक्टिव रेंज की बात करें तो सामान्य तौर पर 200 से 250 नॉटिकल मील तक के इलाके को यह बैटल ग्रुप सुरक्षित रखने में सक्षम है और जंग के दौरान यह और बढ़ जाती है