Bangladesh Pakistan Relation: पिछले साल अगस्त में शेख हसीना की सत्ता से बेदखली हुई थी. वहीं, मोहम्मद यूनुस का अंतरिम सरकार का सलाहकार बने. तब से बांग्लादेश का भारत से हटकर पाकिस्तान और चीन दोस्ती का हाथ बढ़ाना शुरू कर दिया. स्थिति ऐसी है कि पाकिस्तानी नेताओं का बांग्लादेश में तांता लग गया है. अब 15 साल में पहली बार पाकिस्तानी विदेश सचिव अम्ना बलोच बुधवार को ढाका पहुंच रही हैं. सबसे बड़ी बात ये है कि दोनों देश के बीच आखिर किस मुद्दे पर बात होगा.विदेश सचिव अम्ना बलोच आज ढाका पहुंच रही हैं. गुरुवार को स्टेट गेस्ट हाउस पद्मा में बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता होगी. इसमें बांग्लादेश की ओर से विदेश सचिव मोहम्मद जसीम उद्दीन मेजबान प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. लगभग 15 वर्षों में दोनों देशों के बीच पहली विदेश सचिव स्तर की बातचीत हो रही है. यह दोनों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.बाजार तलाश रहा है पाकिस्तानसमाचार एजेंसी बीएसएस ने बताया कि इस्लामाबाद ढाका के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए विशेष रूप से उत्सुक है. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान बांग्लादेश में अपनी वस्तुओं, खासकर कपास के बड़े बाजार के रूप में देखता है. उन्होंने आगे कहा कि चूंकि पाकिस्तान अफगानिस्तान और ईरान से माल के लिए प्रवेश द्वार का काम करता है, तो बांग्लादेश के लिए कम लागत पर पाकिस्तान के रास्ते आयात करने पर जोर दे सकता है.पहली बार पाक से चावल आयाबांग्लादेश ने 1971 में स्वतंत्रता के बाद पहली बार पाकिस्तान के साथ सीधा व्यापार फिर से शुरू किया. फरवरी में समझौते के तहत 50,000 टन चावल की पहली खेप पोर्ट कासिम से रवाना हुई थी. हालांकि, पाकिस्तानी चावल की कीमत वियतनाम के चावल से अधिक है, जिसे बांग्लादेश 474.25 अमेरिकी डॉलर प्रति टन की दर से आयात कर रहा है.यूनुस तो पूरा प्यार लूटा रहेबताते चलें कि ढाका-इस्लामाबाद के संबंध शेख हसीना के दौरान सबसे निचले स्तर पर थे. खासकर 2010 के बाद. ढाका ने 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सैनिकों के सहयोगियों के खिलाफ मुकदमे शुरू किए थे. हसीना के सत्ता से बदखली के बाद से पाकिस्तान ढाका और कराची के बीच सीधी फ्लाइट सर्विस शुरू की गईं. वीजा के नियमों में भी काफी उदारता बरती गई. अब कराची से एयरलाइन फ्लाई जिन्ना उड़ान भरनी शुरू हो गई हैं.