काबुल: अफगानिस्तान में सुबह-सुबह धरती कांपी है. 5.9 की तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके भारत के कई हिस्सों में भी लगे हैं. दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में भी हल्के झटके महसूस किए जाने की बात सामने आ रही है.रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक यूरोपीय-मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) के अनुसार, भूकंप का केंद्र बघलान से 164 किमी पूर्व में था और इसकी गहराई 121 किमी मापी गई. शुरुआत में EMSC ने भूकंप की तीव्रता 6.4 बताई थी, लेकिन बाद में इसे संशोधित कर 5.9 कर दिया गया. फिलहाल, अफगानिस्तान या भारत में इस भूकंप से किसी बड़े नुकसान या हताहत की खबर नहीं है. हालांकि, दिल्ली-एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने हल्के झटकों की सूचना दी है.सोशल मीडिया पर कई उपयोगकर्ताओं ने अपने अनुभव साझा किए. एक यूजर ने लिखा, ‘क्या आपने दिल्ली में भूकंप महसूस किया? मैंने एक सेकंड के लिए झटके महसूस किए, लेकिन मेरा परिवार मुझ पर विश्वास नहीं कर रहा!’ एक अन्य ने कहा, ‘अभी-अभी दिल्ली में भूकंप आया, क्या यह सच है?’दक्षिण-पूर्व हिंद महासागर में 6.2 तीव्रता का भूकंपशनिवार को दक्षिण-पूर्व हिंद महासागर में भी भूकंप का झटका लगा है. भारत में राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक 16 अप्रैल की सुबह 7:13 बजे 6.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र दक्षिण-पूर्व भारतीय रिज पर था. इस भूकंप की गहराई 24 किमी थी. चूंकि यह भूकंप समुद्र के बीच में आया, इसलिए इससे किसी तटीय क्षेत्र में नुकसान या सुनामी की आशंका की कोई खबर नहीं है.भूकंप प्रभावित इलाका है अफगानिस्तानअफगानिस्तान में भूकंप आते रहते हैं. भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट यहां टकराती हैं. यह टेक्टोनिक गतिविधि इस क्षेत्र में बार-बार भूकंपों का कारण बनती है. हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला, जो उत्तर-पूर्वी अफगानिस्तान से होकर गुजरती है, विशेष रूप से भूकंपों के लिए संवेदनशील है. इसके अलावा, हेरात शहर के पास एक प्रमुख फॉल्ट लाइन भी मौजूद है, जो इस क्षेत्र को और अधिक जोखिम में डालती है.