आज का पंचांग, 23 मार्च 2025: आज रविवार व्रत और सूर्य पूजा का दिन है. आज चैत्र कृष्ण नवमी तिथि, ज्येष्ठा पूर्वाषाढा, वरीयान् योग, तैतिल करण, पश्चिम का दिशाशूल और धनु राशि का चंद्रमा है. नवमी तिथि में सर्वार्थ सिद्धि योग बना है, जिसमें आप कोई भी शुभ काम करते हैं तो उसके सफल होने की संभावना अधिक होती है. आज प्रात:काल में स्नान के बाद सबसे पहले सूर्य देव को जल अर्पित करें. तांबे के एक लोटे में पानी भर लें, उसमें लाल चंदन, गुड़ और लाल फूल डाल लें. सूर्य मंत्र का जाप करते हुए अर्घ्य दें. उसके बाद गायत्री मंत्र का जाप करें. सूर्य चालीसा, रविवार व्रत कथा पढ़ें. फिर सूर्य देव की आरती करें. रविवार व्रत में ये काम करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं. सूर्य कृपा से करियर में उन्नति होगी, किस्मत के सितारे चमकेंगे.हालांकि जो लोग रविवार का व्रत हैं, वे नमक का सेवन न करें. मीठा भोजन करें. रविवार को सूर्य को मजबूत करने के लिए गुड़, लाल कपड़े, केसर, घी, तांबे के बर्तन, सोना आदि का दान करें. कुंडली में सूर्य का संबंध पिता से बताया गया है. यदि आप सूर्य को मजबूत करना चाहते हैं या फिर उसका शुभ प्रभाव पाना चाहते हैं तो अपने पिता की सेवा करें. प्रतिदिन उनका आशीर्वाद लें. इससे पिता के साथ रिश्ता मजबूत होगा. जो भी शुभ काम करेंगे, उसमें उनका सहयोग प्राप्त होगा. वैदिक पंचांग से जानते हैं आज के मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, राहुकाल, दिशाशूल आदि.आज का पंचांग, 23 मार्च 2025आज की तिथि- नवमी – 05:38 ए एम, मार्च 24 तक, उसके बाद दशमीआज का नक्षत्र- पूर्वाषाढा – 04:18 ए एम, मार्च 24 तक, फिर उत्तराषाढाआज का करण- तैतिल – 05:36 पी एम तक, गर – 05:37 ए एम, मार्च 24 तक, उसके बाद वणिजआज का योग- वरीयान् – 05:59 पी एम तक, फिर परिघआज का पक्ष- कृष्णआज का दिन- रविवारचंद्र राशि- धनुसूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समयसूर्योदय- 06:22 ए एमसूर्यास्त- 06:34 पी एमचन्द्रोदय- 02:49 ए एम, मार्च 24चन्द्रास्त- 12:05 पी एमआज के मुहूर्त और योगब्रह्म मुहूर्त: 04:47 ए एम से 05:34 ए एमअभिजीत मुहूर्त: 12:03 पी एम से 12:52 पी एमविजय मुहूर्त: 02:30 पी एम से 03:19 पी एमअमृत काल: 11:19 पी एम से 12:59 ए एम, मार्च 24सर्वार्थ सिद्धि योग: 04:18 ए एम, मार्च 24 से 06:20 ए एम, मार्च 24ये भी पढ़ें:पापमोचनी एकादशी कब है? 2 दिन व्रत, बनेंगे 3 शुभ योग, जानें मुहूर्त, पारण, आपको किस दिन रखना उपवासदिन का शुभ चौघड़िया मुहूर्तचर-सामान्य: 07:53 ए एम से 09:25 ए एमलाभ-उन्नति: 09:25 ए एम से 10:56 ए एमअमृत-सर्वोत्तम: 10:56 ए एम से 12:28 पी एमशुभ-उत्तम: 01:59 पी एम से 03:31 पी एमरात का शुभ चौघड़िया मुहूर्तशुभ-उत्तम: 06:34 पी एम से 08:02 पी एमअमृत-सर्वोत्तम: 08:02 पी एम से 09:31 पी एमचर-सामान्य: 09:31 पी एम से 10:59 पी एमलाभ-उन्नति: 01:55 ए एम से 03:24 ए एम, मार्च 24शुभ-उत्तम: 04:52 ए एम से 06:20 ए एम, मार्च 24अशुभ समयराहुकाल- 05:02 पी एम से 06:34 पी एमगुलिक काल- 03:31 पी एम से 05:02 पी एमयमगण्ड- 12:28 पी एम से 01:59 पी एमदुर्मुहूर्त- 04:56 पी एम से 05:45 पी एमदिशाशूल- पश्चिमशिववाससभा में – 05:38 ए एम, मार्च 24 तक, उसके बाद क्रीड़ा में.