नई दिल्ली. भारत में रेलवे से यात्रा करते हुए अगर आपको इस बात का एहसास होता है कि रेलवे का किराया बहुत ज्यादा है तो आप जरा खुद की सोच को सुधारें. क्योंकि भारतीय रेलवे में यात्रा करने का किराया बहुत कम है. भारतीय रेलवे के जनरल डब्बे में अगर आप 350 किलोमीटर की यात्रा करते हैं तो इसके लिए आपको सिर्फ 121 रुपये का किराया देना होता है. मंगलवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में ये दावा करते हुए कहा कि भारत यात्रियों को सबसे सस्ती रेल यात्रा उपलब्ध करा रहा है.उन्होंने कहा कि 350 किलोमीटर की यात्रा के लिए भारतीय रेलवे सामान्य श्रेणी के लिए 121 रुपये लेता है, जबकि पाकिस्तान में इसके लिए 435 रुपये, श्रीलंका में 413 रुपये और बांग्लादेश में 323 रुपये किराया है. वैष्णव ने राज्यसभा में यह भी कहा कि पश्चिमी देश भारत की तुलना में 10 से 20% अधिक किराया ले रहे हैं.साल 2020 से नहीं बढ़ा अब तक किरायाउन्होंने कहा कि 2020 के बाद रेल किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. भारतीय रेलवे अपने यात्रियों को 47% की सब्सिडी दे रहा है. राज्यसभा में चर्चा के दौरान उन्होंने भारतीय रेलवे की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बताया. मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे किफायती किराए पर यात्रियों को सुरक्षित और उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान कर रहा है और वैश्विक स्तर पर अग्रणी स्थान हासिल कर रहा है.उन्होंने कहा कि अगर हम पड़ोसी देशों से तुलना करें तो हमारा किराया सबसे सस्ता है. अगर हम 350 किलोमीटर की यात्रा देखें तो भारत में सामान्य श्रेणी का किराया 121 रुपये है, जबकि पाकिस्तान में 436 रुपये, बांग्लादेश में 323 रुपये और श्रीलंका में 416 रुपये है तो वास्तव में ये बहुत सस्ता है.पाकिस्तानी मुद्रा से भारत का रुपया मजबूतबता दें कि आज की तारीख में एक भारतीय रुपये की कीमत 3.21 पाकिस्तानी रुपये, 1.40 बांग्लादेशी टका और 3.42 श्रीलंकाई रुपये के बराबर है. वैष्णव ने कहा कि हर किलोमीटर ट्रेन यात्रा की लागत 1.38 रुपये है, लेकिन यात्रियों से केवल 73 पैसे लिए जाते हैं, जिसका मतलब है कि 47% की सब्सिडी दी जाती है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 में यात्रियों को 57,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी मिली, जो 2023-24 (अनंतिम आंकड़े) में बढ़कर लगभग 60,000 करोड़ रुपये हो गई.