IGI Airport News: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ा यह मामला 18 फरवरी 2025 का है. वफा सिद्दीकी नामक महिला यात्री को आईजीआई एयरपोर्ट से इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट से कोचीन के लिए रवाना होना था. यह फ्लाइट एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 से जाने वाली थी. लेकिन, वफा गलती से टर्मिनल-1 पहुंच गई. जब उसे यह पता चला कि वह गलत टर्मिनल में आ गई है तो वह न केवल घबराई गई, बल्कि जल्द से जल्द टर्मिनल-2 जाने की कोशिश में लग गई.वफा को यह तो पता चला टर्मिनल-1 से टर्मिनल-2 के लिए सीधी शटल बस चलती है, लेकिन यह बस टर्मिनल-1 पर कहां से मिलती है, वह उसे नहीं पता था. इसी जद्दोजहद में फंसी वफा की नजर आसपास टहल रहे एक युवक पर पड़ती है, जिसकी यूनिफार्म को देखकर ऐसा लग रहा था कि वह एयरपोर्ट स्टाफ है. इसी भरोसे से वफा ने इस युवक से शटल बस के बारे में पूछ लिया. युवक ने शटल बस के बारे में बता तो दिया, लेकिन साथ में यह कहकर डरा भी दिया कि शटल से वह टाइम पर पहुंच नहीं पाएगी.टर्मिनल वन में वफा के साथ जबरदस्तीइसके बाद, इस युवक ने युवती को ऑफर किया कि वह उसे एक टैक्सी दिला देता है, जो कुछ ही मिनट में उसे टर्मिनल-2 पहुंचा देगी. वफा कुछ जवाब दे पाती, इससे पहले इस युवक ने लकी नाम के दूसरे युवक को बुला लिया. कार में जबरन बैठाते हुए इस युवक ने वफा का फोन छीनकर लकी को दे दिया. इसके बाद, लकी ने वफा के फोन से उसकी पर्सनल इंफार्मेशन और उसकी फ्लाइट टिकट निकाल ली. इस घटना से वफा बेहद घबरा गई. वहीं, टर्मिनल वन पहुंचने के बाद वफा से लकी ने ₹4170 किराए की डिमांड की.बेहद घबराई वफा ने रुपयों का भुगतान किया और कार से बाहर निकल गई. इसके बाद, कुछ देर वफा को यह समझने में लग गया कि उसके साथ बीते कुछ मिनटों में क्या होगा. इसके बाद, वह डोमेस्टिक एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन पहुंची और अपने साथ घटित पूरी वारदात के बारे में पुलिस को बताया. वहीं, मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दी. कुछ ही मिनटों में लकी, एयरपोर्ट यूनिफार्म में युवक और एक अन्य आरोपी पुलिस को दिख गए.डायल एग्जीक्यूटिव और डीयू स्टूडेंट निलके आरोपीडीसीपी (आईजीआई एयरपोर्ट) ऊषा रंगनानी के अनुसार, आरोपियों की तलाश में लिए तत्काल एक टीम का गठन किया गया. इस टीम में सब इंस्पेक्टर मुकेश कुमार, सब इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार, हेडकॉन्स्टेबल बिरजू, हेडकॉन्स्टेबल कमलेश, हेडकॉन्स्टेबल अजीत, हेडकॉन्स्टेबल राजेंद्र, हेडकॉन्स्टेबल परविंदर, हेडकॉन्स्टेबल बनी राम, हेडकॉन्स्टेबल सज्जन, कांस्टेबल अंकित और कांस्टेबल राजेंद्र शामिल थे. सीसीटीवी फुटेज में उस कैब का नंबर भी मिल गया, जिससे जबरन वफा को ले जाया गया.उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि यह कैब लकी के नाम पर रजिस्टर्ड है. जल्द ही, लकी को गिरफ्तार कर लिया गया. लकी की निशानदेही पर दो अन्य युवकों को भी गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों अन्य युवकों की पहचान शुभम शर्मा और अक्षय कुमार के तौर पर हुई है. पूछताछ में यह पता कि 20 वर्षीय अक्षय दिल्ली विश्वविद्यायल से स्नातक की पढ़ाई कर रहा है. वहीं, 23 वर्षीय शुभम शर्मा DIAL GMR में सीनियर एक्जीक्यूटिव के रूप में काम करता है. अक्षक इस वारदात में कैब ड्राइवर और लकी टाउटिंग कर रहा था.