20Railway Knowledge : रेलवे स्टेशन के नाम के पीछे लिखा ‘रोड’ शब्द अपने में समेटे है एक बड़ी जानकारी, क्या आपको है पताWritten by:Ruli BishnoiLast Updated:February 22, 2025, 12:17 ISTIndian Railway- रेलवे स्टेशन के साथ ‘रोड’ शब्द का जुड़ा होना यह इंगित करता है कि उस स्थान पर जाने के लिए उस रेलवे स्टेशन से एक रोड जाती है और उस शहर को जानेवाले रेल यात्री वहीं उतरें.Follow us on Google NewsADVERTISEMENTRailway Knowledge : रेलवे स्टेशन के नाम के क्यों लिखा होता है ‘रोड’ शब्दकई बार शहरों में रेलवे लाइन बिछाने में भूगोल, लागत और अन्य तकनीकी कारणों से कठिनाई होती है.हाइलाइट्सरेलवे स्टेशन के नाम में ‘रोड’ शहर से दूरी बताता है.’रोड’ वाले स्टेशन से शहर तक सड़क मार्ग से जाना होता है.शहर से स्टेशन की दूरी 2-100 किमी तक हो सकती है.नई दिल्ली. रेलवे स्टेशनों के नाम के पीछे अक्सर ‘रोड’, ‘जंक्शन’ और ‘टर्मिनल’ जैसे शब्द लिखे होते हैं. रेल में यात्रा करने वाले हर यात्री के मन में अक्सर ये सवाल आता है कि आखिर इन शब्दों को लिखने का मकसद क्या है. दरअसल, इन शब्दों का इस्तेमाल यात्रियों को जरूरी जानकारी देने के लिए किया जाता है. अगर हम बात ‘रोड’ शब्द की करें तो स्टेशन के नाम के पीछे लिखा यह शब्द हमें बताता है कि रेलवे स्टेशन शहर में नहीं, बल्कि उससे कुछ दूरी पर स्थित है. यह दूरी 2 किलोमीटर से 100 किलोमीटर तक हो सकती है.इसलिए अगर आपको हजारीबाग रोड, रांची रोड और आबू रोड में से किस एक स्टेशन पर उतरना है तो यह पहले से जान लें कि ये स्टेशन संबंधित शहर के भीतर नहीं हैं. रेलवे स्टेशन शहर से बाहर स्थित है और शहर तक पहुंचने के लिए आपको सड़क मार्ग से सफर करना है. यानी, रेलगाड़ी आपको शहर तक नहीं ले जाएगी, बल्कि सिटी से कुछ दूर छोड़ देगी. इसलिए अब जब भी आप ‘रोड’ वाले किसी रेलवे स्टेशन पर उतरें तो पहले से ही पता कर लें कि शहर वहां से कितनी दूर है और वहां तक पहुंचने के लिए क्या साधन उपलब्ध हैं.कौरा (Quora) पर एक सवाल के जवाब में भारतीय रेल में प्रधान मुख्य प्रशासनिक अधिकारी रहे अनिमेष कुमार सिन्हा ने बताया, ‘रेलवे स्टेशन के साथ ‘रोड’ शब्द का जुड़ा होना यह इंगित करता है कि उस स्थान पर जाने के लिए उस रेलवे स्टेशन से एक रोड जाती है और उस शहर को जानेवाले रेल यात्री वहीं उतरें.’ रेलवे स्टेशन और शहर के बीच की दूरी अलग-अलग हो सकती है. हालांकि, बहुत से ऐसे रेलवे स्टेशनों के आसपास भी अब काफी आबादी बसने लगी है. लेकिन, जिस वक्त ये रेलवे स्टेशन बने थे, तब वहां कोई नहीं बसता था.रोड नाम वाले रेलवे स्टेशन से शहर की दूरी 2-3 किलोमीटर से लेकर 100 किलोमीटर तक भी हो सकती है. जैसे वसई रोड रेलवे स्टेशन से वसई 2 किलोमीटर है, तो कोडाईकनाल रोड रेलवे स्टेशन से कोडाईकनाल शहर 79 किलोमीटर दूर पड़ता है. इसी तरह हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन से हजारीबाग शहर 66 किलोमीटर दूर स्थित है. रांची रोड रेलवे स्टेशन से रांची शहर 49 किलोमीटर तो आबू रोड रेलवे स्टेशन से आबू 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.