नई दिल्ली (NEET Success Story, Manav Priyadarshi). नीट सक्सेस स्टोरी सीरीज़ में आज हम बात कर रहे हैं झारखंड के मानव प्रियदर्शी की. इनके परिवार को डॉक्टर का परिवार कहा जाता है. इनके घर में 3 डॉक्टर हैं यानी एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करके मानव प्रियदर्शी अपने परिवार के चौथे डॉक्टर बनने का गौरव हासिल करेंगे. बचपन से ही पढ़ाई में होशियार रहे मानव ने नीट यूजी के पहले प्रयास में 720 में से 720 अंक हासिल किए हैं (Manav Priyadarshi NEET Rank).झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले मानव प्रियदर्शी ने 2024 में हुई नीट यूजी परीक्षा में झारखंड में टॉप किया था. ऑल इंडिया रैंक 57 हासिल कर वह टॉप 100 नीट टॉपर्स की लिस्ट में शामिल हुए थे. उस समय मानव प्रियदर्शी ने मीडिया इंटरव्यू में बताया था उन्हें टॉपर लिस्ट में शामिल होने की उम्मीद थी, लेकिन स्टेट टॉपर बन जाएंगे, इस बात का अंदाजा नहीं था. देश के जाने-माने क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) से उनका खास कनेक्शन है.झारखंड के नामी स्कूल से पढ़ाईरांची का JVM श्यामली स्कूल काफी मशहूर है. इसकी चर्चा देश-विदेश में हो चुकी है. दरअसल, सबके चहेते क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने यहीं से पढ़ाई की है. नीट 2024 टॉपर लिस्ट में शामिल मानव प्रियदर्शी ने भी भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी वाले स्कूल से ही 12वीं पास की है. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने अभिभावकों के साथ ही स्कूल टीचर्स को भी दिया था. मानव प्रियदर्शी ने नीट यूजी 2024 परीक्षा में 99.9946856 परसेंटाइल हासिल किए थे.परिवार के चौथे डॉक्टर होंगे मानवमानव प्रियदर्शी के पिता सुधीर कुमार रिटायर्ड फिजिक्स प्रोफेसर हैं. मानव की बड़ी बहन डॉ. निमिशा प्रिया भागलपुर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर हैं. मानव के जीजा डॉ. प्रिंस चंद्रशेखर सहरसा में मेडिकल ऑफिसर हैं और मामा डॉ. राजीव रंजन सदर हॉस्पिटल रांची में कार्यरत हैं. मानव ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है. इसके लिए बस अपना लक्ष्य पता होना चाहिए. लगन से पढ़ाई करने वालों की कभी हार नहीं होती है.नीट के लिए छोड़ दिया था सोशल मीडियामानव प्रियदर्शी ने 11वीं से ही नीट परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. उन्होंने 11वीं और 12वीं यानी 2 सालों तक सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखी थी. मोस्ट पॉपुलर सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम को भी अनइंस्टॉल कर लिया था. वह किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मौजूद नहीं हैं. उनका मानना है कि इन चीजों से मन भटकता है. वह फुटबॉल और क्रिकेट खेलने के शौकीन हैं. इसलिए समय मिलते ही वह अपनी हॉबी को टाइम देते थे. इससे माइंड फ्रेश करने में मदद मिल जाती थी.जंक फूड से भी बनाई दूरीमान लीजिए कि आप पढ़ाई में बहुत होशियार हैं, आपका दिमाग भी तेज है लेकिन आपकी सेहत ठीक नहीं रहती है तो आप हीरो से जीरो बन जाएंगे. नीट टॉपर मानव प्रियदर्शी ने 12वीं की पढ़ाई के दौरान जंक फूड से पूरी तरह परहेज किया. हालांकि, महीने में 2 बार चीट मील हो जाता था, जैसे आइसक्रीम या कुछ और. वह हमेशा हल्का भोजन खाते थे ताकि लंबे समय तक पढ़ाई कर पाएं. उन्होंने अपनी फिटनेस का बहुत ध्यान रखा और दो सालों तक घर का बना खाना खाया.