भवानी सिंहअजमेर. जिले के बिजयनगर में समुदाय विशेष के युवकों द्वारा स्कूल में पढ़ रही नाबालिग बालिकाओं को फंसाकर ब्लैकमेल, देहशोषण और धर्म विशेष में आस्था रखने के लिए मजबूर करने का मामला सामने आया है. मामले को लेकर स्थानीय लोगों, अभिभावकों ने विरोध-प्रदर्शन किया और मामला दर्ज कराया. लोगों के अनुसार करीब 12-15 युवकों का गिरोह यह कर रहा है. इसके बाद पुलिस ने 5 युवकों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो नाबालिग आरोपियों को हिरासत में लिया है. गिरफ्तार आरोपियों में रिहान मोहम्मद, सोहेल मंसूरी, लुकमान, अरमान पठान, साहिल कुरैशी शामिल हैं.पूरे मामले में पुलिस ने बताया कि पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर 7 जनों को राउंड अप किया गया है. इन पर धर्म विशेष में आस्था रखने का दबाव बनाने का भी आरोप है. जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. थाना प्रभारी करण सिंह खंगारोत ने बताया कि आरोपी नाबालिग छात्राओं को डराकर व जान से मारने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहे थे. शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करते, उनसे पैसे मांगते और उनके धर्म में आस्था रखने का दबाव बनाते थे.ये भी पढ़ें:मोबाइल देकर नाबालिग लड़की को फंसाया और फिर…जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने पहले निजी स्कूल की एक बालिका को फंसाया. उसे मोबाइल उपलब्ध कराया फिर उसे प्रताड़ित करने लगे, ब्लैकमेल करने लगे. इसके बाद उससे शर्त रखी कि वह अपने क्लास की दूसरी छात्राओं से संपर्क कराए तो वे उसे छोड़ देंगे. इस तरह बालिका से उसकी कक्षा में पढ़ने वाली पांच-छह बालिकाओं को जाल में फंसाया और उन्हें भी डरा-धमका कर ब्लैकमेल करने लगे. आरोपी अपने धर्म की चीजों को अपनाने का भी दबाव बनाते थे.पुलिस तक पहुंचा मामला तो मोबाइल से ही पकड़ाए आरोपीएक बालिका ने आरोपियों को देने के लिए घर से दो हजार रुपए चुराए. इसी दौरान घर से पैसे चोरी होने पर घर वालों ने बालिका पर नजर रखनी शुरू कर दी. इस दौरान उन्होंने बेटी को किसी से मोबाइल पर बात करते हुए पकड़ लिया. उससे पूछताछ की तो सारे मामले का खुलासा हुआ. पीड़ित परिवार ने लव जेहाद के तहत मामला दर्ज कराया. पुलिस ने योजना बनाकर आरोपियों द्वारा बालिका को दिए गए मोबाइल के जरिए ही उन्हें जाल में फंसाया. मौके पर आने के बाद उसे दबोच लिया. बाद में कार्रवाई कर मामले में शामिल कुछ अन्य युवकों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. मामले के बाद हिंदू संगठनों में रोष है. सोमवार को विभिन्न हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने प्रशासन के समक्ष ऐतराज जता कड़ी कार्रवाई की मांग की है.