61000 KM की स्पीड से पृथ्वी की ओर आ रहा खतरा, NASA ने इमरजेंसी में लिया बड़ा फैसला, क्या बच पाएगी धरती?

वॉशिंगटन: एक उल्कापिंड पृथ्वी पर बड़ा विनाश ला सकता है. ऐसे ही एक उल्कापिंड को हाल ही में देखा गया है, जो कि एक बड़ा खतरा बन रहा है. वैज्ञानिक सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप से इसपर नजर गड़ाने वाले हैं. 2024 YR4 नाम का एस्टेरॉयड एक बिल्डिंग के आकार का है, जिसकी स्पीड 61 हजार किमी प्रति घंटे है. नासा के एस्टेरॉयड टेरेस्ट्रियल-इम्पैक्ट लास्ट अलर्ट सिस्टम (ATLAS) की ओर से इसे 2024 में खोजा गया था. नासा के एस्टेरॉयड वॉच लिस्ट में यह सबसे ऊपर है. दिसंबर 2032 में पृथ्वी से इसके टकराने की 2.3 फीसदी संभावना है. वर्तमान में गणना के आधार पर 43 में से 1 बार इसकी टक्कर पृथ्वी से संभव है, जिसे देखते हुए नासा ने एक बड़ा कदम उठाया है. यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) के एक ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय खगोलविदों की एक टीम को जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मिली है, ताकि इसका अध्ययन हो सके.दुनिया की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.खगोलविदों का अनुमान है कि इस एस्टेरॉयड का व्यास लगभग 55 मीटर है, जो पीसा की झुकी हुई मीनार की ऊंचाई के बराबर है. पृथ्वी पर मौजूद डायनासोर को चिक्सुलुब एस्टेरॉयड ने खत्म कर दिया था. लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 YR4 उतना विनाशकारी नहीं होगा. लेकिन यह टुंगुस्का एस्टेरॉयड जितना नुकसान पहुंचा सकता है, जिसने 1908 में साइबेरिया के जंगलों में लगभग 8 करोड़ पेड़ों को गिरा दिया था.एस्टेरॉयड हो सकता है बड़ा
2024 YR4 का वर्तमान आकार ग्राउंड आधारित टेलीस्कोप का एक अनुमान है. ESA के अनुसार पृथ्वी के वातावरण की वजह से ये टेलीस्कोप एस्टेरॉयड की सतह से परावर्तित होने वाले सूर्य के प्रकाश को ही देख पाते हैं, जिसके कारण इसके वास्तविक आकार की सीमित तस्वीर मिलती है. यह अनुमान से काफी बड़ा हो सकता है. ESA ने लिखा कि सामान्य तौर पर एस्टेरॉयड जितना चमकीला होगा, उसका आकार उतना ही बड़ा होगा. टीम का कहना है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम 2024 YR4 के लिए अपने आकार अनुमान में सुधार करें. क्योंकि 40 मीटर और 90 मीटर व्यास वाले एस्टेरॉयड का खतरा बेहद अलग होता है.

जेम्स वेब टेलीस्कोप की ली जाएगी मदद
ESA के मुताबिक जेम्स वेब टेलीस्कोप के जरिए एस्टेरॉयड के आकार और सतह की संरचना के बारे में हमारी जानकारी में सुधार होगा. JWST के इन्फ्रारेड उपकरण एस्टेरॉयड से निकलने वाली गर्मी का अध्ययन करेंगे, जिससे इसके वास्तविक आकार और सतह की संरचना का पता चलेगा. JWST इस दुनिया का सबसे महंगा टेलीस्कोप है, जो अंतरिक्ष में मौजूद है. पृथ्वी पर मौजूद टेलीस्कोप की तुलना में यह बहुत स्पष्ट रूप से एस्टेरॉयड को देख पाएगा. ESA के मुताबिक JWST पहली बार मार्च में 2024 YR4 का अवलोकन करेगा. तब इस एस्टेरॉयड की चमक चरम पर होगी.

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