हाइलाइट्समहिला ने लेखपाल पर रिश्वत लेकर काम न करने का आरोप लगाया.सीडीओ ने 3 घंटे में जांच के निर्देश दिए.महिला के रोने का वीडियो तहसील दिवस में सामने आया.आदित्य कृष्ण अमेठी: जनता की शिकायत सुनने के लिए संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन होता है. संपूर्ण समाधान दिवस के आयोजन के बाद भी आम जनता को शिकायतों के लिए दर-दर भटकना पड़ता है. अमेठी जिले के तहसील में आयोजित तहसील दिवस में उस समय हंगामा शुरू हो गया, जब एक महिला ने सीडीओ के सामने रो-रोकर लेखपाल पर रिश्वत लेने के बाद भी काम न करने का आरोप लगाया. महिला को रोते देख सीडीओ उसके पास पहुंचे और महिला की बातों को सुना. मौके पर ही सीडीओ ने 3 घंटे के भीतर पूरे मामले की जांच कर एसडीएम को कार्रवाई करने का निर्देश दिया. तहसील दिवस के अंदर महिला के रोने का वीडियो सामने आया है.
अमेठी तहसील के मंगापुर गांव का है मामलादरअसल ये पूरा मामला अमेठी तहसील क्षेत्र के मंगापुर गांव का है, जहां की रहने वाली एक महिला राजकुमारी तिवारी पत्नी अशोक तिवारी अपने बच्चों के साथ तहसील दिवस में पहुंची और रोते हुए लेखपाल संजीव दुबे पर गंभीर आरोप लगाना शुरू कर दिया. महिला को रोते देख तहसील दिवस की अध्यक्षता कर रहे सीडीओ सूरज पटेल महिला के पास पहुंचे और उसकी पूरी बात सुनी. महिला का आरोप था कि लेखपाल पिछले कई महीनों से जमीन की पैमाइश नहीं कर रहा है और सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण किया जा रहा है. कार्रवाई के लिए लेखपाल ने उससे 10 हजार रूपए रिश्वत भी ले रखी है. बावजूद इसके लेखपाल ने कोई कार्रवाई नहीं की. लेखपाल ने मेरे साथ धोखा किया है. महिला की बातों को सुनकर सीडीओ सूरज पटेल ने तत्काल अमेठी एसडीएम आशीष सिंह को 3 घंटे के भीतर सक्षम अधिकारियों को मौके पर भेजकर जांच करने के निर्देश दिए. सीडीओ ने साफ तौर पर कहा कि शाम तक पूरे मामले की जांच पूरी की जाए और इसमें विधिक कार्रवाई की जाए. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले भी यह महिला अमेठी तहसील पहुंची थी, जहां उसने आरोपी लेखपाल को तहसील परिसर में ही दौड़ा दिया था. उसका भी वीडियो सामने आया था. फिलहाल रिश्वत के बाद भी काम न करने वाले लेखपाल पर सक्षम अधिकारी कारवाई कब करते हैं या फिर महिला को न्याय कब मिलता है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा.वहीं पूरे मामले पर उप जिलाधिकारी आशीष सिंह ने कहा कि किसी भी हाल में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा नहीं होगा, जो भी शिकायत आती है उनका निस्तारण सब समय पर किया जाता है. इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.