बुरहानपुर. आपने अक्सर दोस्ती की कई कहानियां सुनी होंगी जो मिसाल बनी हैं. लेकिन मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में एक दोस्ती ठगी में बदल गई है. एक सरकारी शिक्षक ने अपनी सेवानिवृत्ति की राशि निकालने के लिए अपने साथी शिक्षक पर भरोसा किया. लेकिन इसी शिक्षक ने उसके साथ धोखा कर दिया. पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है.राशि निकालने के लिए दोस्त का सहारा, दोस्त ही बना धोखेबाज़शिक्षक संतोष कास्डेकर ने सेवानिवृत्ति के लिए राशि निकलवाने के दौरान अपने मित्र और सहकर्मी बलिराम धुर्वे की मदद ली. बलिराम ने अपना खाता देकर राशि ट्रांसफर करवा ली. कुल 26 लाख रुपए उसके खाते में डलवाए गए. जब संतोष अपनी राशि के लिए कार्यालय के चक्कर लगा रहे थे, तभी उन्हें इसका खुलासा हुआ. जब उन्होंने जानकारी मांगी, तो पता चला कि पैसे बलिराम धुर्वे के खाते में डलवाए गए हैं.एसपी ने दी जानकारीलोकल 18 की टीम ने जब बुरहानपुर एसपी देवेंद्र कुमार पाटीदार से बात की तो उन्होंने बताया कि खकनार क्षेत्र के शिक्षक ने शिकायत की है. उन्होंने कहा कि एक दोस्त ने साथ देने के नाम पर लाखों की ठगी कर दी है. जांच में सामने आया कि बलिराम धुर्वे नामक रिटायर्ड शिक्षक ने शिक्षक संतोष कास्डेकर के साथ करीब 26 लाख रुपए की ठगी की. बलिराम ने सभी जगह अपने खाते का नंबर दे दिया था और उसी में पैसे डलवाए. पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और कार्रवाई जारी है.
दोस्ती को किया कलंकितशिक्षक संतोष कास्डेकर का कहना है कि बलिराम मेरे साथ ही स्कूल में शिक्षक रहे हैं. जब उन्हें पता चला कि मैंने सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया है, तो उन्होंने मदद की पेशकश की. लेकिन उन्होंने न सिर्फ मदद से मुंह मोड़ा, बल्कि मेरे साथ ठगी कर डाली. आज मेरे 26 लाख रुपए उन्होंने ठग लिए हैं. दोस्ती के नाम पर यह व्यवहार कलंक साबित हुआ है.