महाराष्ट्र के नासिक शहर में कथित अवैध दरगाह को हटाने के दौरान भड़की हिंसा को लेकर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. AIMIM नेता मुख्तार शेख को हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि मुख्तार शेख ने लोगों को उकसाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी. इस हिंसा के मामले में अब तक कुल 35 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को हजरत सतपीर सैयद बाबा दरगाह को ढहाने से जुड़े नासिक नगर निकाय के नोटिस पर अंतरिम रोक लगा दी है और दरगाह की याचिका को लिस्ट न करने पर बंबई हाईकोर्ट से रिपोर्ट मांगी है. हालांकि इससे कुछ घंटे पहले ही नगर निकाय के कर्मियों ने इस दरगाह की इमारत को गिरा दिया था.मंगलवार को नासिक महानगरपालिका ने हाईकोर्ट के आदेश पर हजरत सतपीर दरगाह पर बुलडोजर चलाकर ढहा दिया था. जैसे ही कार्रवाई शुरू हुई, बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए और इसका विरोध करने लगे. भीड़ उग्र हो गई और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.21 पुलिसकर्मी घायल, पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्तइस झड़प में 21 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और तीन पुलिस वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया. हालात बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर-बितर किया. भीड़ ने उन मुस्लिम नेताओं पर भी हमला किया जो लोगों को शांत कराने पहुंचे थे, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई.हाईकोर्ट के आदेशानुसार, मंगलवार रात दरगाह ट्रस्टियों ने अवैध निर्माण को स्वयं हटाना शुरू कर दिया था. लेकिन जैसे ही काम शुरू हुआ, भीड़ ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया. बुधवार सुबह दरगाह को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया.FIR दर्ज, प्रशासन सख्तपुलिस ने हिंसा के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपियों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है. मुख्तार शेख पर लोगों को भड़काने और कानून-व्यवस्था बिगाड़ने का आरोप है. पुलिस का कहना है कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.नासिक महानगरपालिका ने 1 अप्रैल को हाईकोर्ट के आदेश पर अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी किया था. 15 दिन की मोहलत के बाद जब कार्रवाई नहीं हुई, तो प्रशासन ने बुलडोजर कार्रवाई की योजना बनाई, जिसे स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा और मामला हिंसक हो गया.