Crime News: पत्नी का मर्डर कर नाले में फेंका, लाश देख पुलिस हैरान पर नोज पिन से खुल गया राज, कैसे पकड़ा गया कातिल पति?

नई दिल्ली: कहते हैं कातिल कितना भी चालाक क्यों न हो, अपने पीछे कोई न कोई सुराग छोड़ ही जाता है. दिल्ली में भी यह बात सच साबित हुई है. दरअसल, देश की राजधानी दिल्ली में एक महिला की हत्या हुई. मगर एक चीज ने उसके कातिल का रास्ता बता दिया. जी हां, दिल्ली में नाक की नोज पिन यानी लौंग एक महिला की हत्या के राज से पर्दाफाश करने में अहम सबूत साबित हुई. महिला की हत्या तार से गला घोंटकर कर दी गई थी. उसके शव को चादर में लपेटकर नाले में बहा दिया गया था.पुलिस के सामने यह पहेली थी कि उसके कातिल को कैसे पकड़ा जाए. महिला का नाम सीमा सिंह है और उसकी उम्र 47 साल थी. उसका शव 15 मार्च को बरामद किया गया. महिला के शव को चादर में लपेटकर, केबल वाले तार और भारी पत्थर से बांधकर नजफगढ़ नाले में फेंक दिया गया था. पुलिस को जब यह शव मिला तो माथा ठनक गया. उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी. मगर पुलिस की चीम को शव के साथ दिखी एक चीज पर नजर पड़ गई. बस वही एक चीज कातिल तक पहुंचाने में सफल रही.जी हां, पुलिस की टीम को सफलता तब मिली, जब उसकी नाक में पहनी हुई सोने की नोज पिन यानी लौंग की जांच की गई. लौंग पर मौजूद हॉलमार्क की मदद से पुलिस निर्माता का पता लगाने में सफल हुई, जिससे अंततः महिला की पहचान स्थापित करने में मदद मिली. उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा जारी और सोशल मीडिया पर प्रसारित एक रेखाचित्र ने महिला के एक रिश्तेदार का ध्यान आकर्षित किया, जिसने अधिकारियों से संपर्क किया और सीमा की पहचान की पुष्टि की.नौकर संग मिल रची साजिशशिव शंकर ने पुलिस को बताया कि दोनों ने जांचकर्ताओं को गुमराह करने और संदेह से बचने के लिए शव को ठिकाने लगा दिया. पुलिस के मुताबिक, अनिल कुमार ने सीमा के परिवार और पुलिस को बताया था कि वह गुस्से में घर से चली गई थी और कभी वापस नहीं लौटी. इसके बाद वह फरार हो गया था. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान अनिल के गुरुग्राम में किसी दूसरी महिला के साथ रहने की जानकारी मिली. सीमा के परिवार ने उसकी लाश मिलने से कुछ दिन पहले छतरपुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.हत्या की क्या वजहपोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, सीमा की हत्या शव मिलने से कुछ दिन पहले ही कर दी गई थी. उसके चेहरे और सिर पर लगी चोटों से संकेत मिला कि हत्या से पहले हिंसक संघर्ष हुआ था. पुलिस ने बताया कि दपंति के बीच कथित तौर पर वैवाहिक विवाद था और घटना में गहरी साजिश निहित थी. घटना के समय सीमा को आखिरी बार छोटे बेटे के साथ घर से निकलते हुए देखा गया था तथा उसके पास पर्स भी था, जिसे बाद में उसके पति के कब्जे से बरामद किया गया. पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि जिस महिला के साथ अनिल रह रहा था, क्या उसकी हत्या में कोई भूमिका मुजफ्फरपुर/प्रियांक सौरभ. मोतीपुर थाना क्षेत्र में एक हैवान पति ने क्रूरता की सभी हदें पार दीं. जल्लाद पति अपनी बीवी को तब तक बांस से मारता रहा जब तक की उसकी मौत नहीं हो गई. हैवान पति ने इस घटना को अंजाम अपने दो मासूम बच्चों के सामने दिया. दिल दहला देने वाली यह घटना मोतीपुर थाना इलाके के झींगहा गांव की है. मृतका की पहचान कलीमुल्लाह आलम की 35 वर्षीय पत्नी मेहरुन्निसा के रूप में हुई है. हैरानी की बात तो यह है की हैवन पति कलीमुल्लाह अपनी पत्नी को अपने दो बच्चे के सामने ही बर्बरता से मारता रहा, लेकिन आसपास के लोग बचाने के बजाय उसका वीडियो बनाते रहे.वायरल वीडियो इतना दर्दनाक है कि जिसे देखकर आपका रूह कांप जाए. हैवान पति ने क्रूरता की सभी हदे पार करते हुए मासूम बच्चों के सामने पत्नी की बांस से पीट पीटकर हत्या कर दी. वह तब तक वार करता रहा जब तक पत्नी की मौत नहीं हो गई. वहीं, इस घटना को लेकर मृतका की मां रहिदा खातून ने बताया कि उनकी बेटी मेहरूनिसा को उनके दामाद कलीमुल्लाह ने मार डाला. वो अक्सर मेरी बेटी को मारता था. मेरी बेटी का इतना ही कुसूर था कि वो उसे कमाने के लिए कहती थी और बीते दिनों वो मायके सरैया चली गई थी. लेकिन ससुराल के लोग शादी की बात कहकर बुलाए थे. उस वक्त भी कहा था कि वो मारता है, नहीं जाएंगे. लेकिन लोगों के कहने पर आ गई, अब उसने पीट पीटकर मार डाला.बताया जा रहा है क़ि 10 साल पहले जेल में मेहरुन्निसा के पति की मौत हो गई थी. इसके बाद उसने अपने देवर कलीमुल्लाह से निकाह कर लिया था. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी पति घर छोड़कर फरार हो गया. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है, वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए SKMCH भेजा गया है. बहरहाल, इस मामले में जिस तरह से हैवानियत की गई है वह हिंस प्रवृत्तियों के आम लोगों के जेहन में जड़ जमा लेने जैसा है, क्योंकि जिस तरीके से हैवान ने वार किया और प्रहार पर प्रहार करता रहा वह बिल्कुल ही असामान्य घटना है.रेप किसी महिला के साथ इस दुनिया के सबसे जघन्य अपराधों में से एक है. रेप पीड़ित एक महिला जिंदा लाश बनकर रह जाती है. समाज और देश में रेप के खिलाफ तमाम कानूनी उपाए किए गए हैं, बावजूद इसके दुनिया में आज भी इससे जुड़े एक से बढ़कर एक जघन्य अपराध सामने आते हैं. मगर आज की कहानी एक ऐसे बहादुर लड़की कहानी है जिसने खुद के साथ रेप के दौरान अपराधी को सजा देने के लिए उसकी जीभ ही काट ली. इस कारण आरोपी को जीवन भर के लिए सबक मिल गई. उसकी आवाज बंद हो गई.दरअसल, यह घटना अपने मुल्क नहीं बल्कि दक्षिण कोरिया की है. यह घटना 60 साल पहले घटी थी. दक्षिण कोरिया आज दुनिया में एक सबसे विकसित मुल्क है. लेकिन, यहां का समाज परंपरागत रूप से पुरुष प्रधान रहा है. यहां के समाज में एक कहावत कही जाती है- ‘महिलाओं और सूखी समुद्री मछली को हर तीसरे दिन पीटने की जरूरत होती है तभी उसमें बेहतर स्वाद आता है.’ इस कहावत में ही यहां के समाज में महिलाओं की स्थिति का पता चल जाता है. लेकिन, बीते 60 सालों में दक्षिण कोरिया काफी बदल गया है.1960 के दशक की घटनासीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना 1960 के दशक की है. उस वक्त चोई माल्जा नाम की एक 18 साल की लड़की थी. 60 के दशक में दक्षिण कोरिया में महिलाओं के खिलाफ हिंसा आम बात थी. उसी दौरान चोई के साथ एक लड़के ने रेप किया. रेप के दौरान चोई इस हद तक परेशान हुई कि उसने लड़के की जीव ही काट ली. उस वक्त दक्षिण कोरिया का कानून भी महिलाओं के अनुकूल नहीं था. कोर्ट ने चोई को ही दोषी ठहराया और उसे सजा सुना दी.अब यह लड़की एक बुजुर्ग महिला बन गई है. वह 78 साल की है. वह आज भी इस केस का मुकदमा लड़ रही है. महिला आज भी इस केस से अपनी सजा खत्म कराने की लड़ाई लड़ रही है. लेकिन, उनके केस को बुसान की कई अदालतों ने खारिज कर दिया. फिर चोई ने दक्षिण कोरिया के सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और वहां से उनको राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने उनके मामले को बुसान की अदालतों को भेजा है. वहां इस केस से जुड़े सबूत फिर से इकट्ठा किए जाएंगे.कोरिया के लिए अहम फैसलाजानकारों का कहना है कि यह कानूनी लड़ाई दक्षिण कोरिया में महिला अधिकारों की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी. चोई ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि अदालतों को यह समझना होगा कि उनके एक गलत फैसले ने एक व्यक्ति की जिंदगी तबाह कर दी. उन्होंने फैसले को बदलकर इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.रिपोर्ट के मुताबिक 1964 में एक दिन शाम में चोई से एक लड़के ने हिमहाए जाने का रास्ता पूछा. फिर उसे रास्ता बताने के लिए चोई रुक गई. वह लड़के को रास्ता दिखाने के लिए कुछ मीटर उसके साथ चली और फिर लौटने लगी. तभी लड़के उसे पीछे दबोच लिया. चोई गिर गई और कुछ सेकेंड के लिए उसके सामने अंधेरा छा गया. लड़का उसके साथ रेप करने की कोशिश करने लगा. वह अपनी जीव चोई के मुंह में डालने की कोशिश कर रहा था. इस दौरान चोई को उससे बचने के लिए कुछ भी नहीं सूझ रहा था. फिर वह अपनी दांतों से उसकी 1.6 सेंटीमीटर जीव काट ली.इसके बाद लड़का अदालत चला गया और उसने चोई पर ही उसको बुरी तरह हमला करने का आरोप लगाया. अदालत ने भी चोई के साथ रेप की कोशिश के मसले पर ध्यान नहीं दिया और चोई को ही 10 महीने की सजा सुना दी

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