तेल अवीव. इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी कैबिनेट को बताया कि हमास के खिलाफ सैनिक दबाव काम कर रहा है. इसके एक दिन पहले ही इजरायल ने गाजा में संघर्षविराम फिर से शुरू करने के लिए मिस्र के मध्यस्थों को एक नया प्रस्ताव सौंपा है. नेतन्याहू ने बैठक की शुरुआत में कहा कि ‘यह काम कर रहा है क्योंकि यह एक साथ काम करता है.’ उन्होंने आगे कहा कि ‘एक तरफ, यह हमास की सैन्य और सरकारी क्षमताओं को कुचल देता है, और दूसरी तरफ, यह हमारे बंधकों की रिहाई की हालात को बनाता है. हम देखते हैं कि अचानक दरारें आ रही हैं.’उन्होंने आगे कहा कि एक बार संघर्षविराम लागू हो जाने के बाद अगर वे अपने हथियार डालने के लिए सहमत होते हैं तो हमास नेताओं को गाजा छोड़ने की अनुमति दी जाएगी. नेतन्याहू ने कहा कि ‘हमास अपने हथियार डाल देगा. इसके नेताओं को जाने की अनुमति दी जाएगी. हम गाजा पट्टी में सामान्य सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे और ट्रम्प योजना, स्वैच्छिक प्रवास योजना को लागू करने में सक्षम होंगे.’शनिवार को पहले, हमास ने एक प्रस्ताव पर सहमति जताई. जिसमें संघर्षविराम के बदले में हर हफ्ते पांच इजरायली बंधकों को रिहा करना शामिल था. हालांकि, इस्लामी समूह ने इजरायल की मांग के अनुसार हथियार छोड़ने से इनकार कर दिया. वहीं रविवार को हमास के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि मुस्लिम ईद अल-फितर की छुट्टी के पहले दिन इजरायली हमलों में कम से कम 20 लोग मारे गए. जब से इजरायल ने 18 मार्च को गाजा में अपने हमले फिर से शुरू किए हैं, सैकड़ों फिलिस्तीनी मारे गए हैं, और हजारों को उत्तरी गाजा के क्षेत्रों से निकालने के लिए मजबूर किया गया है, जहां वे जनवरी संघर्षविराम समझौते के बाद लौट आए थे.