भारत के लोग लॉकडाउन के बाद काफी फिटनेस कॉन्शियस हो गए हैं. लॉकडाउन के दौरान घर में बंद लोगों ने जमकर खाना-पीना किया. इसका नतीजा हुआ कि लोगों का वजन काफी बढ़ गया. इसके बाद लॉकडाउन खुलते ही लोगों ने अपनी फिटनेस पर ध्यान देना शुरू कर दिया. जो भी अपनी फिटनेस जर्नी में हैं, उन्हें ये पता है कि मसल्स गेन करने के लिए आपकी बॉडी को प्रोटीन की आवश्यकता होती है. ऐसे में प्रोटीन इंटेक पूरी करने के लिए लोग प्रोटीन पाउडर का भी इस्तेमाल करते हैं.बाजार में कई ब्रांड्स के प्रोटीन पाउडर मौजूद हैं. इसे व्हे प्रोटीन के नाम से भी जाना जाता है. कई ब्रांड्स के प्रोटीन पाउडर आपको मार्केट में मिल जाएंगे. लेकिन दिक्कत ये है कि इन महंगे प्रोटीन पाउडर्स की ऑथेंटिसिटी सवालों के घेरे में रहती है. कई लोग मुनाफे के लालच में नकली प्रोटीन पाउडर मार्केट में बेच रहे हैं. इसे खरीदने पर लोगों के पैसे भी जाते हैं और सेहत भी नहीं बनती. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे प्रोटीन पाउडर के बारे में बताते हैं, जो बेहद सस्ता भी होता है और सदियों से लोगों की पहली पसंद बना हुआ है. बस इसकी मार्केटिंग ना होने की वजह से लोग इस देसी प्रोटीन पाउडर को इग्नोर कर देते हैं.गर्मियों का बादशाहहम बात कर रहे हैं सत्तू की. जी हां, वही सत्तू, जिसे चने को सुखाकर, भूनकर पाउडर बनाकर इस्तेमाल किया जाता है. बिहार में सत्तू का इस्तेमाल लगभग हर घर में होता है. गर्मियों में तो सत्तू सेहत के लिए वरदान है. इसका सेवन ना सिर्फ लू से बचाता है बल्कि हाजमा भी मजबूत रखता है. सत्तू में मौदूद प्रोटीन से कमजोरी नहीं होती और भीषण गर्मी में आप लगातार खुद को तरोताजा महसूस करते हैं. जहां प्रोटीन के लिए लोग महंगे-महंगे प्रोटीन पाउडर्स खरीद अपने पैसे वेस्ट करते हैं, वहीं सत्तू आपकी सारी जरूरतें बेहद सस्ते में पूरी कर देता है.प्रोटीन की खानगर्मियों में आप घर में भी आराम से पानी में सत्तू घोल कर पी सकते हैं. बात अगर इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू की करें तो ये शाकाहारियों के लिए प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स है. सौ ग्राम सत्तू में आपको बीस से पच्चीस ग्राम प्रोटीन मिल जाएगा. इसे चना दाल को भून कर बनाया जाता है. सत्तू का सेवन कमजोरी को दूर भगाता है. बाजार में जो प्रोटीन पाउडर पांच से छह हजार में मिलता है, उसकी जगह सत्तू आपको ताकत भी देगा और आपकी जेब को राहत भी देगा.