चार साल पहले हुई घटना में टूट गए थे दांत, ITI स्टूडेंट इतना परेशान हुआ कि…तबाह हो गया परिवार!

विग्नेश एक होनहार छात्र था, जो कस्बे के आईटीआई कॉलेज में प्रथम वर्ष में पढ़ाई कर रहा था. लेकिन चार साल पहले उसकी जिंदगी में ऐसा हादसा हुआ, जिससे वह कभी उबर नहीं सका. एक गंभीर दुर्घटना में उसके 17 दांत टूट गए थे, जिसके बाद से उसका लगातार इलाज चल रहा था. इस शारीरिक पीड़ा के साथ-साथ मानसिक तनाव भी बढ़ता गया, जिससे वह धीरे-धीरे टूटने लगा. अस्पतालों के चक्कर काटते-काटते वह इतना थक गया था कि उसने अपनी जिंदगी खत्म करने का कठोर फैसला कर लिया.अकेले में लिया खौफनाक फैसला, परिवार के होश उड़ेघटना के समय घर में कोई मौजूद नहीं था. विग्नेश अकेला था और तभी उसने यह खतरनाक कदम उठा लिया. जब उसके परिवार के सदस्य घर लौटे, तो सामने का दृश्य देखकर उनके होश उड़ गए. बेटे की यह हालत देखकर माता-पिता बुरी तरह टूट गए. उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि उनका बेटा, जो इतनी तकलीफें झेलकर भी अब तक संघर्ष कर रहा था, अचानक ऐसा फैसला कैसे ले सकता है.इलाज से परेशान था, रिश्तेदारों ने बताई दर्दनाक सच्चाईरिश्तेदारों ने बताया कि विग्नेश पिछले चार सालों से अस्पतालों के चक्कर लगा रहा था. दांतों की समस्या के कारण उसे लगातार दवाइयां लेनी पड़ती थीं और कई बार ऑपरेशन भी करवाना पड़ा. उसकी परेशानी केवल शारीरिक नहीं थी, बल्कि मानसिक रूप से भी वह गहरे तनाव में था. दोस्तों और परिवार से भी वह धीरे-धीरे कटता जा रहा था. लगातार इलाज और न रुकने वाली परेशानियों ने उसे इतना कमजोर बना दिया कि उसने अपनी जिंदगी खत्म करने का फैसला कर लिया.पुलिस ने शुरू की जांच, जानने की कोशिश कर रही सच्चाईघटना की जानकारी मिलते ही जयापुरा पुलिस स्टेशन की टीम मौके पर पहुंची. पुलिस ने घर का मुआयना किया और विग्नेश के परिवार से पूछताछ की. शुरुआती जांच में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन पुलिस ने कहा कि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक कुछ भी साफ नहीं कहा जा सकता. पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है और मामले की गहराई से जांच कर रही है.गांव में मातम, युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर उठे सवालविग्नेश की असमय मौत से पूरा भुवनकोट गांव सदमे में है. उसके माता-पिता के लिए यह असहनीय पीड़ा है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. यह घटना सिर्फ एक परिवार का दुख नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है. आजकल कई युवा मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं, लेकिन इस पर खुलकर बात नहीं होती. विग्नेश की तरह न जाने कितने युवा अपनी परेशानियों को किसी से साझा नहीं कर पाते और अंत में ऐसा खतरनाक फैसला ले लेते हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!