पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने प्रदेश में कानून और व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि मऊगंज में एक युवक और पुलिस अधिकारी की हत्या तथा तहसीलदार और बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों के घायल होने की घटना शांति और सौहार्द से रहने वाले मध्यप्रदेश के लिए खतरे की घंटी है। इसी तरह इंदौर में वकीलों और पुलिस में खुले आम मारपीट की घटना बताती है कि हालात कितने गंभीर हैं।
सिंह ने कहा कि अन्य बड़े विभागों के साथ साथ प्रदेश में गृह विभाग का दायित्व स्वयं मुख्यमंत्री ही संभाल रहे हैं। इस कारण गृह विभाग के साथ न्याय नहीं हो पा रहा है। उनकी व्यस्तता के चलते गृह विभाग का पृथक से कैबिनेट मंत्री होना चाहिए । ऐसा लगता है कि गृह विभाग उनकी प्राथमिकता में नहीं है। यदि अलग से कोई मंत्री होते तो वे प्रदेश की कानून और व्यवस्था पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित करते।
अजयसिंह ने मांग की है कि मऊगंज, इंदौर और दूसरे स्थानों पर घटित इस तरह की घटनाओं को सरकार गंभीरता से ले और भविष्य में इनकी पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।
रिपोर्ट : धर्मेंद्र सिंह बघेल