Earthquakes prediction: धरती क्यों डोलती है? आपके इलाके में अगला भूकंप कब आएगा? उसकी तीव्रता कितनी रहेगी? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिसको लेकर दुनिया के वैज्ञानिक पुख्ता तौर पर आज भी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं. इसी कारण बार-बार मन में ये सवाल उठता है कि आखिर हमारी धरती और इस ब्रह्माण्ड का रहस्य कितना गहरा है. अभी भूकंप की ही बात करते हैं. रोज दुनिया के किसी न किसी कोने में कई ठीक-ठाक तीव्रता के भूकंप आते हैं. इसमें हर साल बड़ी संख्या में जानमाल का नुकसान होता है. हजारों-लाखों की संख्या में लोग मारे जाते हैं.
एक तरह दुनिया के वैज्ञानिक चांद-सितारों पर पहुंचकर उनके रहस्य को सुलझाने में लगे हैं लेकिन दूसरी तरफ धरती डोलने का रहस्य वह नहीं बता पाए हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती कई प्लेटों में बंटी है. उन प्लेटों के खिसकने के कारण भूकंप के झटके आते हैं. लेकिन, एक ताजा वैज्ञानिक निष्कर्ष पूरी तरह नया है. इसमें दावा किया गया है कि सूर्य देव की हरकत से धरती डोलती है. इसमें कहा गया है कि सूर्य धरती को रहस्यमयी तरीके से प्रभावित करता है.कंप का पूर्वानुमान जटिल
दुनिया के वैज्ञानिक काफी हद तक भूकंप के कारणों का पता लगा चुके हैं लेकिन वे अब यह बताने की स्थिति में अलगा भूकंप कब और कहां आएगा. इसी चीज को समझने के लिए वैज्ञानिक सोलर एक्टिविटी और भूकंप के बीच रिश्तों पर अध्ययन कर रहे हैं. इसी रिसर्च में पाया गया है कि सोलर हीट में उतार-चढ़ाव का असर धरती की सतह के तापमान पर पड़ता है और इस कारण टेक्टोनिक मूवमेंट पर असर पड़ता है. टेक्टोनिक मूवमेंट एक वैज्ञानिक थ्योरी है जिसमें धरती के विशाल टेक्टोनिक प्लेट्स बीते 3-4 अरब सालों से धीरे-धीरे मूव कर रहे हैं. और इसी कारण भूकंप जैसी घटनाएं घटती है.
सूर्य के कारण भूकंप?अब वैज्ञानिकों ने कहा है कि धरती की सतह पर सूर्य देव के पड़ने वाले इस असर के कारण सीधे तौर पर भूकंप नहीं आता लेकिन, इससे भूकंप के बारे में सटीक तरीके से अनुमान लगाया जा सकता है. ऐसे में अगर इस शोध पर आगे और काम किया जाए और इसे व्यवहार में लाया जाए तो आसानी से भूकंप के बारे में पूर्वानुमान लगाया जा सकेगा और हर साल हजारों-लाखों जिंदगियां बचाई जा सकेगी.अभी तक शोध के आधार पर वैज्ञानिक यही कहते हैं कि टेक्टोनिक प्लेटों में हरकत की वजह से भूकंप आते हैं. लेकिन, इसके बारे में पूर्वानुमान का अभी तक कोई तरीका उपलब्ध नहीं है. दुनिया के कई देश और बड़े देशों के कई इलाके भूकंप की उच्च आशंका वाले क्षेत्र में आते हैं. खासकर शहरी क्षेत्र के लिए भूकंप एक बड़ी चुनौती है. लेकिन, इस ताजा रिसर्च में यह पता लगाया जा रहा है कि क्या सूर्य या चांद धरती के डोलने जैसी गतिविधि पर असर डालते हैं. कुछ स्टडी में कहा गया है कि टाइडल फोर्सेड या इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इफेक्ट का धरती के गर्भ में मौजूद चीजों के साथ इंटेरेक्शन होता है और इस कारण धरती डोलती है.