Bottles Filled With Red and Blue Water : आपने कभी न कभी घर के दरवाजे या दीवार पर लाल-नीले पानी से भरी प्लास्टिक की बोतलें जरूर देखी होंगी. सोशल मीडिया पर कई बार यह दावा किया जाता है कि इन बोतलों को टांगने से घर के आसपास कुत्ते नहीं आते. ऐसा माना जाता है कि इन रंगीन बोतलों से कुत्ते डरकर भाग जाते हैं, लेकिन क्या सच में ऐसा होता है? आइए, इस भ्रम की सच्चाई को समझते हैं और जानें कि विज्ञान इस बारे में क्या कहता है.लाल-नीली बोतलें और कुत्तों का डरसोशल मीडिया पर यह दावा काफी चर्चा में है कि लाल या नीली पानी से भरी बोतलें कुत्तों को घर के पास नहीं आने देतीं. लोग मानते हैं कि जब कुत्ते इन रंगीन बोतलों को देखते हैं, तो वे डरकर भाग जाते हैं और घर के आसपास गंदगी नहीं Arvind. यह तरीका खासकर ग्रामीण इलाकों में बहुत प्रचलित है, जहां लोग कुत्तों से परेशान रहते हैं.क्या कुत्ते रंग पहचान सकते हैं?इस बारे में सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि कुत्ते क्या रंग देख सकते हैं. विज्ञान के अनुसार, कुत्ते रंगों में भेद नहीं कर पाते, यानी वे कलर ब्लाइंड होते हैं. इसका मतलब है कि कुत्तों को कोई भी रंग, जैसे नीला या लाल, सामान्य मानवों की तरह दिखाई नहीं देता. कुत्तों को सिर्फ कुछ सीमित रंग ही नजर आते हैं, जैसे नीले और पीले रंग के अलग-अलग शेड्स, लेकिन ये भी उनकी दृष्टि में कम तीव्रता से होते हैं.