Cyclonic Circulation: बंगाल की खाड़ी में उठ रहा है बवंडर? 13 राज्यों में होगी झमाझम बारिश, पढ़ लें IMD का अपडे
Cyclonic Circulation: उत्तर भारत में लगातार मौसम बदल रहा है, पारा चढ़ रहा है, गर्मी का अभी से ही एहसास होने लगा है. मगर इन सब के बीच मौसम विभाग बारिश की चेतावनी जारी की. मौसम विभाग के अनुसार, नॉर्थ ईस्…और पढ़ें
- बंगाल की खाड़ी के ऊपर साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है.
- असम और मेघालय में 19 फरवरी को भारी बारिश की संभावना है.
- उत्तर भारत में तापमान बढ़ रहा है, मगर कुछ राज्यों में बारिश की संभावना है.
Cyclonic Circulation: देश भर लगातार बदल रहे मौसम के बीच मौसम विभाग ने नॉर्थ ईस्ट के लिए बारिश की चेतावनी जारी की है. इसके अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपर नॉर्थ ईस्ट में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन की स्थिति बन रहा है. इसके वजह से असम और आसपास के पड़ोसी राज्यों में बारिश की संभावना है. नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में अगले 7 दिनों तक बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है. मौसम विभाग ने बताया कि समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर नागालैंड और आसपास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन रहा है, जिसके कारण 15-21 फरवरी तक पूर्वोत्तर भारत में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ-साथ बर्फबारी होने की संभावना है.
फरवरी का महीना गुजर रहा है वैसे-वैसे देश भर में तापमान लगातार बढ़ रहा है. मगर, नॉर्थ ईस्ट के कई राज्यों में 16 और 19 फरवरी को आंधी-तूफान की भी संभावना जताई गई है. 19 फरवरी को असम और मेघालय में भी भारी वर्षा होने की संभावना है. अगले 7 दिनों तक अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में बर्फबारी और बारिश हुई, जबकि अन्य भागों में भारी बारिश दर्ज की गई.
उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने बताया कि पहाड़ों पर नए पश्चिमी विक्षोभ के डेवलपमेंट हो रहा है. इसके प्रभाव से हिमाचल प्रदेश में छिटपुट से लेकर हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है.साथ ही उत्तराखंड में भी 19-20 फरवरी को यही स्थिति रहेगी. 17 से 19 फरवरी तक राजस्थान में तथा 19-20 फरवरी तक पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है. शनिवार को पंजाब के कुछ हिस्सों में बारिश हुई, जिससे रबी फसल के किसान के चेहरे खिल उठे.