February 14, 2025, 06:57 ISTPM Modi US Visit: पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात से भारत को एक खुशखबरी मिली है. वह है तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की घोषणा. ट्रंप ने मुंबई हमले के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को भारत भेजने की पुष्टि कर दी है. इसके लिए मोदी ने ट्रंप का धन्यवाद किया.PM Modi US Visit: पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की ऐतिसाहिस मुलाकात हो गई. दुनियाभर की इस पर नजर थी. अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया. व्हाइट हाउस में वलकम भी ऐसा कि दुनिया देखती रह गई. ट्रंप ने भारत और मोदी के तारीफों के पुल बांधे. लगे हाथ पीएम मोदी ने भी आंंख में आंख मिलाकर दुनिया को संदेश दे दिया. पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि यूक्रेन जंग पर भारत न्यूट्रल यानी तटस्थ नहीं है. भारत शांति का पक्षधर है. मोदी और ट्रंप की ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी भारत और अमेरिका की दोस्ती की झलक दिखी. जब पीएम मोदी और ट्रंप मिले तो भारत को वह खुशखबरी मिल गई, जिसका सालों से इंतजार था.जी हां, पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की प्रेस कॉन्फ्रेस में टैरिफ से लेकर आतंकवाद तक पर बात हुई. ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में वैसे तो कई मसले पर बात हुई. मगर एक नाम ऐसा था, जो उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में छाया रहा. खुद डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की खुशखबरी पर मुहर लगा दी. जी हां, भारत को जिसका इंतजार था, अब उसके गुनाहों के हिसाब की घड़ी आ गई है. जी हां, मोदी-ट्रंप की प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिसका नाम छाया रहा, वह भारत का दुश्मन है. नाम है- तहव्वुर राणा.ट्रंप ने दी खुशखबरी
डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी के सामने ऐलान कर दिया कि अमेरिका तहव्वुर राणा को प्रत्यर्पित कर देगा. हालांकि, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी. अब जब मोदी सामने थे, तो ट्रंप ने दुनिया के सामने इसका ऐलान भी कर दिया. ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरे प्रशासन ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं में से एक तहव्वुर राणा और दुनिया के सबसे बुरे लोगों में से एक के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है.’मोदी ने ट्रंप को कहा थैंक यूइस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्रंप का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका एक साथ खड़े रहेंगे. हम इस बात पर सहमत हैं कि सीमा पार आतंकवाद के खात्मे के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है. मैं राष्ट्रपति का आभारी हूं कि उन्होंने 2008 में भारत में नरसंहार करने वाले अपराधी को अब भारत के हवाले करने का निर्णय किया है. भारत की अदालतें उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगी.’