पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान पूरी दुनिया से मदद मांग रहा है. लेकिन चीन को छोड़कर किसी बड़े देश ने उसका साथ नहीं दिया. अब पिद्दी से मुल्क अजरबैजान ने भी खुले तौर पर पाकिस्तान का समर्थन किया है. अजरबैजान ने एक बयान जारी कर पहलगाम हमले की ओपन और ट्रांसपेरेंट जांच की मांग की है. साथ ही, भारत से एकतरफा कार्रवाई से बचने को कहा है. अजरबैजान पहले से ही आर्मेनिया के मुद्दे पर भारत से दुश्मनी मानता है.अजरबैजान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, पहलगाम हमले की निष्पक्ष और पारदर्शी अंतरराष्ट्रीय जांच होनी चाहिए. इसने पाकिस्तान के उस दावे का समर्थन किया, जिसमें उसने कहा था कि भारत बिना सबूत के आरोप लगा रहा है. अजरबैजान ने भारत से कहा कि एकतरफा कार्रवाइयों से बचना जरूरी है, ताकि क्षेत्रीय शांति बनी रहे. अजरबैजान ने UNSC रेजोल्यूशन 47 का हवाला दिया, जिसमें कश्मीर मुद्दे पर शांतिपूर्ण समाधान की बात कही गई थी. हालांकि, भारत इसे पहले ही खारिज कर चुका है.पाकिस्तान से पुरानी दोस्तीअजरबैजान आर्मेनिया का कट्टर दुश्मन है, लेकिन भारत ने हमेशा आर्मेनिया का साथ दिया है. दोनों देशों के बीच मजबूत रक्षा सहयोग है. भारत ड्रोन और हथियारों की सप्लाई कर चुका है. इसी वजह से अजरबैजान भी भारत को अपना दुश्मन मानता है. अजरबैजान और पाकिस्तान के बीच गहरे रिश्ते हैं. दोनों तुर्की के साथ मिलकर त्रिकोण बनाते हैं. अजरबैजान ने पहले भी कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन किया है.