नई दिल्ली. पहलगाम में निर्दोष निहत्थे 26 पर्यटकों की बर्बर तरीके से हत्या की गूंज UN तक पहुंच चुकी है. UN सिक्योरिटी काउंसिल ने इस आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. 15 सदस्यों वाली सुरक्षा परिषद ने हमले के गुनहगारों को न्याय के कठघरे तक लाने की बात कही है. इसके बाद अब पाकिस्तान दबाव और बढ़ गया है. खासकर प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की हालत इंटरनेशनल फोरम पर और बत्तर हो गई है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने कहा कि आतंकवाद अपने सभी रूपों में अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है. यूएन सिक्योरिटी काउंसिल ने कहा,’सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए.’ बता दें कि प्रेस स्टेटमेंट यूएनएससी अध्यक्ष द्वारा सभी 15 सदस्यों की ओर से मीडिया को दिया गया एक घोषणापत्र होता है. पाकिस्तान वर्तमान में यूएनएससी में एक अस्थायी सदस्य के रूप में बैठता है.