नेशनल हेराल्ड केस में ED ने एक बार फिर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. उन्हें पहला और दूसरा आरोपी बनाया गया है. इतना ही नहीं, ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम भी इसमें है. राउज एवेन्यू कोर्ट में यह पहली चार्जशीट दायर की गई है. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में 25 अप्रैल को इस मामले की सुनवाई होगी. इससे पहले सुबह राबर्ट वाड्रा को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. कई घंटों की उनसे पूछताछ हुई.ईडी ने यह चार्जशीट PMLA एक्ट के तहत दायर की है. जांच में दावा किया गया है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कंपनी यंग इंडियन ने एसोसिएटेड जर्नल प्रेस यानी AJL की 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्तियों को सिर्फ 50 लाख रुपये में हासिल कर लिया. ईडी का कहना है कि यह एक तरह की धोखाधड़ी थी, जिसमें 988 करोड़ रुपये की “अवैध कमाई” शामिल है. नवंबर 2023 में ईडी ने एजेएल की 661 करोड़ रुपये की संपत्तियां और 90.2 करोड़ रुपये के शेयर जब्त कर लिए थे, ताकि इन्हें बेचा या ट्रांसफर न किया जा सके. ईडी का कहना है कि यंग इंडियन ने एजेएल की संपत्तियों को बहुत कम कीमत पर लिया, जो अवैध था.क्या है पूरा मामलानेशनल हेराल्ड केस की शुरुआत 2012 में हुई, जब बीजेपी नेता और पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने दिल्ली की एक अदालत में शिकायत दर्ज की. स्वामी ने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की संपत्तियों को धोखाधड़ी और कुटिल तरीके से हासिल किया. एजेएल नेशनल हेराल्ड अखबार की प्रकाशक कंपनी है, जिसे 1938 में जवाहरलाल नेहरू और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने स्थापित किया था. अब ईडी की चार्जशीट में