चांद पर कब किसी भारतीय के कदम पड़ेंगे, क्या स्पेस ट्रेवल संभव है ? केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसका जवाब दे दिया है. न्यूज18 राइजिंग भारत समिट के मंच से जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत को उम्मीद है कि 2040 तक वो चांद पर एक भारतीय को उतार देगा. यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि होगी. वहीं, भारत के विभाजन के लिए उन्होंने नेहरू और जिन्ना को जिम्मेदार ठहराया.केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने वक्फ कानून से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि 1947 में भारत का बंटवारा इतिहास की सबसे बड़ी गलती है. उन्होंने आगे कहा, ‘किसने मांगा था बंटवारा? ना तो जनता की मांग थी, ना ही किसी ने इसकी वकालत की थी. यह तो बस दो लोगों नेहरू और जिन्ना की महत्वाकांक्षा थी.’नेहरू-जिन्ना को घेराउन्होंने आगे कहा, ‘क्योंकि एक देश में दो प्रधानमंत्री तो हो नहीं सकते थे, इसलिए उन्होंने अपने-अपने लिए एक-एक देश बना लिया. अंग्रेजों ने इनकी इसी महत्वाकांक्षा का फायदा उठाकर देश का बंटवारा कर दिया.’ उन्होंने कहा कि ‘दो राष्ट्र का सिद्धांत खुद को सही साबित करने में नाकाम रहा. अगर ऐसा नहीं होता तो बांग्लादेश का निर्माण नहीं होता और न ही बलूचिस्तान में अशांति फैलती.मुस्लिम पर क्यों मेहरबान सरकार?मुस्लिम कम वोट देते हैं फिर आप उनके लिए ज्यादा क्यों करते हैं? इस सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने जवाब तो दिया साथ ही कांग्रेस को भी लपेटा. उन्होंने कहा, ‘मोदी जी ने देश में हमारी राजनीतिक संस्कृति को बदलने का काम किया है. उसने वोट नहीं दिया तो उसे कुछ नहीं देना, यह कांग्रेस का कल्चर है. हमने देखा है. पानी की पाइप जब डाली जाती थी तो जिस कॉलोनी में जनसंघ वाले होते थे, उसे छोड़ देते थे. मोदी जी ने पहले दिन से ही कहा कि मेरी सरकार गरीब, गरीब और महिलाओं को समर्पित है. जो वंचित है उस तक पहुंचेंगे. जो पिछली सरकारों की खामियां रह गईं, उसको पूरा करेंगे.’जब यूपी वाला सुनाया वाकयाउन्होंने इस दौरान एक वाकया सुनाया और कहा, ‘आपको हैरत होगी मैं कुछ समय तक पश्चिमी यूपी में संगठन का काम देखता था. मोहल्ले के मोहल्ले जहां केवल मुसलमान बसते हैं, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के हुए. मैं उनसे पूछता था कि आपने पिछली बार वोट तो नहीं दिया था न. वो मुस्कुरा देते और जवाब नहीं देते.’‘मोदी जी ने नई राजनीतिक संस्कृति का आगाज किया’उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि मोदी जी ने वोट पॉलिटिक्स से ऊपर उठकर और अलग हटकर एक नई राजनीतिक संस्कृति का आगाज करने का प्रयास किया है. ऐसा नहीं है कि जिसने वोट नहीं दिया तो उसके लिए कुछ करना नहीं है और जिसने दिया उसके लिए ज्यादा करना है. फिर कांग्रेस और हम में फर्क ही क्या रह जाएगा. यही वजह है कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जब जनसंघ स्थापना की तो इस बात का जिक्र किया.’