20Success Story:10वीं में आए 78% मार्क्स, मां-बाप नहीं थे खुश, बेटे ने चुन ली अलग राह, बन गया मिसालWritten by:Dhiraj RaiLast Updated:April 13, 2025, 17:26 ISTSuccess Story: बोर्ड परीक्षाओं के नतीजों का दौर है. बिहार बोर्ड के नतीजे आ चुके हैं. उत्तर प्रदेश से लेकर CBSE समेत कई बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे आने हैं. तमाम माता-पिता अपने बच्चों के रिजल्ट पर टकटकी…और पढ़ेंFollow us on Google NewsAdvertisement10वीं में आए 78% मार्क्स, मां-बाप नहीं थे खुश, बेटा बन गया मिसालRohit Ugale Success Story, success story: रोहित उगले की कहानी.हाइलाइट्सरोहित उगले ने 10वीं में 78% अंक प्राप्त किए.रोहित ने डिजिटल मार्केटिंग और कोडिंग सीखी.16 साल की उम्र में रोहित ने अपनी कंपनी बनाई.Success Story: यह कहानी भी एक ऐसे ही युवा की है, जब उसने 10वीं की बोर्ड परीक्षा दी, तो उसके परिजनों ने 90% मार्क्स की उम्मीद लगा रखी थी, लेकिन बोर्ड परीक्षा में उन्हें सिर्फ 78% नंबर ही मिले. मां बाप नंबरों को लेकर ज्यादा पूछताछ न करें, इसके लिए इस युवा ने अलग राह चुन ली. जानिए पूरी कहानी…Rohit Ugale Success Story: यह कहानी है महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव सिन्नर से निकले रोहित उगले की. रोहित की शुरूआती पढ़ाई लिखाई एक इंग्लिश मीडियम स्कूल से हुई.उन्होंने अपनी 10वीं की बोर्ड परीक्षा सिन्नर के नवजीवन डे स्कूल से दी. यहां जब उन्होंने 10वीं की परीक्षा दी, तो उनके माता पिता की अपेक्षा थी कि रोहित कम से कम 90% मार्क्स तो लाएंगे ही, लेकिन जब 10वीं के नीतजे आए तो रोहित को सिर्फ 78% अंक ही मिले. जो परिवार वालों की उम्मीद से कम था. 10वीं में रोहित के कम नंबर आने से घर का मौहाल काफी तनाव भरा हो गया. रोहित को इस बात की चिंता रहती थी कि पिताजी या मां उनसे रिजल्ट के बारे में बात न करें, इसलिए वह कुछ समय तक घर में बिल्कुल शांत रहते थे.रोहित ने निकाली तरकीबअब रोहित पर यह दबाव था कि वह नंबरों के चक्कर में उलझे या कुछ और करें. उन्हें यह साबित करने की ललक भी थी कि जिंदगी में सबकुछ अच्छे मार्क्स पर ही निर्भर नहीं होता, लिहाजा उन्होंने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स यूट्यूब और इंटरनेट के जरिये डिजिटल मार्केटिंग सीखना शुरू किया. उन्होंने कोडिंग और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की बारीकियां सीखीं और वेबसाइट बनाने का काम शुरू कर दिया. रोहित ने PHP और Java जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज भी सीखी.संबंधित खबरेंसरकारी स्कीम का उठाया लाभ… छोटे प्लांट से शुरू किया सफर, आज इंटरनेशनल ब्रांडसरकारी स्कीम का उठाया लाभ… छोटे प्लांट से शुरू किया सफर, आज इंटरनेशनल ब्रांडरायबरेली के लड़का निकला पक्का बिजनेसमैन, खड़ी कर दी 28 हजार करोड़ की कंपनीरायबरेली के लड़का निकला पक्का बिजनेसमैन, खड़ी कर दी 28 हजार करोड़ की कंपनीMBA किया, करोड़ों का पैकेज ठुकराया और बन गया खेतों का सुपरस्टारMBA किया, करोड़ों का पैकेज ठुकराया और बन गया खेतों का सुपरस्टारकौन हैं IPS शैलेन्द्र सिंह, जिन्हें पांचवीं बार में मिली थी सफलता, पढ़ें कहानीकौन हैं IPS शैलेन्द्र सिंह, जिन्हें पांचवीं बार में मिली थी सफलता, पढ़ें कहानी16 साल की उम्र में बनाई कंपनीरोहित ने वर्ष 2017 में महज 16 साल की उम्र में एक कंपनी बनाई, जो अलग अलग सेक्टर में काम करने लगी. देखते ही देखते अब तक उनकी कंपनी में 100 से अधिक लोग जुड चुके हैं. हाल ही उन्हें अभिनेता सोनू सूद ने पुरस्कार भी दिया था. आज उनकी कंपनी सतमत टेक्नोलॉजी (SATMAT Technologies)आईटी और सॉफ्टवेयर, स्वास्थ्य सेवा से लेकर अलग अलग सेक्टर में काम कर रही है.आज जहां उनकी सफलता पर माता पिता गौरवान्वित महसूस करते हैं, वहीं रोहित उन तमाम युवाओं के लिए एक मिसाल हैं जिनके किसी कारणवश बोर्ड परीक्षाओं में नंबर कम रह जाते हैं.टॉप वीडियोसभी देखेंtags :10th Board resultBoard exam newsSuccess StoryLocation :All IndiaFirst Published :April 13, 2025, 17:23 ISThomecareer10वीं में आए 78% मार्क्स, मां-बाप नहीं थे खुश, बेटा बन गया मिसालnext articleUPSC 2023 : यूपी की इन IPS बेटियों को मिला होम कैडर, अपने ही प्रदेश में अपराधियों पर कसेंगी नकेलWritten by:Praveen SinghLast Updated:April 13, 2025, 17:23 ISTयूपीएससी 2023 में चयनित 200 आईपीएस अधिकारियों को गृह मंत्रालय ने कैडर अलॉट किया है. सृष्टि मिश्रा, मुस्कान श्रीवास्तव और मोहम्मद आफताब आलम को होम कैडर मिला है.Follow us on Google Newsयूपी की इन IPS बेटियों को मिला होम कैडर, यहीं कसेंगी अपराधियों पर नकेलUPSC 2023 : आईपीएस सृष्टि मिश्रा जौनपुर की रहने वाली हैं.हाइलाइट्सयूपीएससी 2023 में 200 आईपीएस अधिकारियों को कैडर अलॉट किया गया.सृष्टि मिश्रा, मुस्कान श्रीवास्तव को यूपी में होम कैडर मिला.मुस्कान श्रीवास्तव ने ऑनलाइन तैयारी कर 98वीं रैंक पाई.UPSC 2023 : यूपीएससी सिविल सेवा (UPSC CSE) 2023 में चयनित 200 आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कैडर अलॉट कर दिया है. इसमें उत्तर प्रदेश की रहने वाली IPS सृष्टि मिश्रा, मुस्कान श्रीवास्तव, मोहम्मद आफताब आलम को होम कैडर अलॉट हुआ है. यूपीएसससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 में सृष्टि की 95वीं, मुस्कान की 98वीं आफताब की 512वीं रैंक थी.22 वर्षीय सृष्टि मिश्रा ने यूपीएससी परीक्षा पहले प्रयास में पास की थी. वह उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के सरपतहां क्षेत्र के पिपरौल की रहने वाली हैं. उनके पिता आदर्श मिश्र भारतीय विदेश सेवा में अधिकारी हैं. सृष्टि ने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकोनॉमिक्स में बीए ऑनर्स किया है.यूपीएससी 2023 में 98वीं रैंक लाने वाली IPS मुस्कान श्रीवास्तव यूपी के गोंडा की रहने वाली हैं. उन्होंने यूपीएससी की तैयारी घर पर रहकर ऑनलाइन की थी. मुस्कान ने भी पहले प्रयास में यूपीएससी क्रैक किया था. उनके पिता डॉ. सुधीर कुमार श्रीवास्तव सुल्तानपुर सदर में उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी हैं. मुस्कान की इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई जिले के ही एक प्राइवेट इंटरकॉलेज से हुई है.इन्हें भी मिला होम कैडरउत्तर प्रदेश के रहने वाले जयबिंद कुमार गुप्ता को भी होम कैडर मिला है. यूपीएससी 2023 में उनकी 557वीं रैंक थी. इसके अलावा 583 रैंक पाने वाले अंकित बंसल, 686 रैंक वाले प्रदीप कुमार, 702 रैंक वाले सम्यक चौधरी को भी होम कैडर अलॉट हुआ है.200 में से 25 IPS राजस्थान केगृह मंत्रालय की ओर से जिन 200 IPS अधिकारियों को कैडर अलॉट किया गया है, उसमें से 25 अधिकारी राजस्थान के रहने वाले हैं. बता दें कि राजस्थान में आईपीएस का 222 अधिकारियों का कैडर है. वर्तमान में 206 कार्यरत है.